15 अगस्त छुट्टी नहीं है! Gen Z को Independence Day की असली वैल्यू कौन समझाए?

आशीष शर्मा (ऋषि भारद्वाज)
आशीष शर्मा (ऋषि भारद्वाज)

15 अगस्त आ गया है – और एक बार फिर आपके Instagram पर तिरंगे वाली DPs, “Vande Mataram” वाले रील्स और कुछ ओवरडोज़ देशभक्ति वाले captions की बाढ़ आने वाली है। लेकिन क्या Gen Z और Millennials के लिए ये दिन अब सिर्फ एक वीकेंड ब्रेक, Netflix binge या रेनड्रॉप्स में पकौड़े खाने का बहाना बन गया है?

जब आज़ादी मुफ्त में लगी तो उसकी वैल्यू भी फ्री हो गई?

Gen Z का बड़ा हिस्सा 2000s के बाद पैदा हुआ है। इनका न कोई Emergency देखा है, न Indo-Pak war और न ही देश के लिए कुर्बानी देने वालों की आंखों में आंसू। Result? 15 अगस्त मतलब “Public Holiday – Alarm Off – Wake Up Late – Scroll Reels”।

“देश को आज़ादी मिल गई, लेकिन क्या अगली पीढ़ी को उसकी Responsibility समझ आई?”

TikTok बैन से ज़्यादा अफसोस, Jallianwala Bagh से कम Feel?

ये वही पीढ़ी है जिसे TikTok बैन होने पर National Mourning थी, लेकिन Jallianwala Bagh Massacre के नाम पर बस एक tourist spot समझती है।
किसी ने Bhagat Singh को कभी Spotify में नहीं सुना, सिर्फ Memes में देखा है। Irony तो देखिए – Freedom Fighters को “Old Gen Cringe” समझते हैं।

किताबें बंद, Google खोलो – पर क्या पढ़ते हो?

“Who was Subhash Chandra Bose?”
“Why did Gandhiji wear dhoti?”
“India was also a British colony? Shook!”

इतिहास अब syllabus में सिर्फ पास होने की चीज़ है। लेकिन आज़ादी की वैल्यू सिर्फ किताबों से नहीं, उस सिसकते इतिहास को महसूस करने से आती है।
Problem ये है – Gen Z facts नहीं, filters में जीती है।

Gen Z को आज़ादी का Netflix चाहिए – लेकिन बिना Ad के

आज़ादी भी चाहिए – लेकिन झंझट नहीं। ना वोट देना है, ना देश के बारे में अपडेट रखना है, ना RTI डालनी है। बस देशभक्ति तभी जागती है जब Match जीत जाए या कोई Viral Reel बनानी हो।

“अगर भगत सिंह आज होते, तो शायद उन्हें भी follow back के लिए hashtags लगाने पड़ते!”

क्या करें? एक छुट्टी में देश नहीं बदलता, पर सोच तो बदल सकती है!

Gen Z और Millennials से उम्मीद करना कि वो 1947 जैसी कुर्बानी दें – अनरियल है। लेकिन 15 अगस्त को सिर्फ एक नाश्ते की छुट्टी ना बनाएं।

  • एक डॉक्यूमेंट्री देखो

  • किसी फ्रीडम फाइटर की कहानी पढ़ो

  • बुज़ुर्गों से पूछो कि आज़ादी का असली मतलब क्या था

  • और सबसे ज़रूरी – Memes से आगे बढ़ो, मतलब समझो।

“15 अगस्त सिर्फ तिरंगा फहराने का दिन नहीं, सोच ऊंची करने का मौका है। अगली पीढ़ी को आज़ादी मिली थी, अब उसे बचाना तुम्हारी जिम्मेदारी है।”

हेलो यूपी परिवार की तरफ से आज़ादी की बधाई – जश्न और गर्व का दिन!

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